नई दिल्ली, 28 सितम्बर। सीबीएसई बोर्ड ने स्कूलों को एक जरूरी निर्देश दिया है। 27 सितंबर को जारी एक नोटिस में, सीबीएसई ने सभी स्कूलों से कहा है कि उनके सभी परीक्षा हॉल में सीसीटीवी कैमरे लगवाना अनिवार्य है। यह निर्देश सभी सीबीएसई स्कूलों के प्रिंसिपल और हेडमास्टर को भेजा गया है। नोटिस में साफ-साफ लिखा है कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं सिर्फ उन्हीं कमरों में होंगी जहां सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे।

इसके अलावा, स्कूलों को परीक्षा हॉल की रिकॉर्डिंग 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित होने के कम से कम दो महीने बाद तक सुरक्षित रखनी होगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर सीबीएसई इन रिकॉर्डिंग की जांच कर सके। इन रिकॉर्डिंग को केवल अधिकृत व्यक्ति ही देख सकेंगे। सीबीएसई ने यह भी निर्देश दिया है कि कैमरों में पैन, टिल्ट और जूम की सुविधा होनी चाहिए ताकि किसी खास क्षेत्र या छात्र पर नजर रखी जा सके।

बिना CCTV के मान्य नहीं होगा परीक्षा केंद्र
अगर किसी स्कूल में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, तो उस स्कूल को परीक्षा केंद्र नहीं माना जाएगा। यह नियम 2025 की बोर्ड परीक्षाओं से लागू होगा। सीबीएसई ने बताया है कि इस साल लगभग 44 लाख छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होंगे। इतनी बड़ी संख्या में छात्रों की परीक्षाएं सुचारू और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए सीबीएसई ने यह सीसीटीवी नीति बनाई है।

इस नीति के अनुसार, सभी स्कूल हाई-रेजोल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। ये कैमरे ऐसे होने चाहिए कि उनमें छात्रों की गतिविधियां और परीक्षा सामग्री साफ-साफ दिखाई दे। साथ में उन्हें स्टाफ, छात्रों और परीक्षा अधिकारियों से फीडबैक लगातार लेते रहना जरूरी है ताकि व्यवस्था में सुधार हो सके। हर परीक्षा केंद्र में, 10 कमरों या 240 छात्रों के लिए एक व्यक्ति परीक्षा के दौरान निगरानी के लिए नियुक्त होगा।

यह बात ध्यान रखना ज़रूरी है कि सीसीटीवी कैमरों का खर्च सीबीएसई नहीं उठाएगा। इस बारे में छात्रों और उनके अभिभावकों को भी जानकारी दी जाएगी। स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे अभिमुखीकरण सत्र, हैंडबुक और नोटिस बोर्ड के माध्यम से छात्रों और अभिभावकों को इस बारे में बताएं।

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