डॉ. अजय मोहन सेमवाल/देहरादून 5 मई 2025।

एक दशक से भी ज्यादा समय से बंद पड़ा दक्षिण पूर्व एशिया और भारत का एकमात्र आइस रिंक लगभग 6 करोड़ की लागत से बनकर सोमवार से फिर शुरू हो गया है। सोमवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या ने इसके जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण किया। इसके साथ ही नए निर्माण कार्य 599.00 लाख की लागत से तैयार हुए इक्वेस्ट्रीअन का लोकार्पण भी किया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकारी उदासीनता और देखरेख के अभाव के चलते यह धरोहर खत्म हो गई थी लेकिन प्रदेश सरकार ने इसे पुनर्जीवित कर बड़ा काम किया है।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने आइस रिंक के जीर्णोद्धार को प्रदेश के खेलों के इतिहास में एक आइस ब्रेकिंग मूवमेंट बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले राष्ट्रीय खेलों के दौरान का कई बड़ी खेल अवस्थापनाएं तैयार की गई है और अब आइस रिंक के शुरू होने से इसमें एक और महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ गई है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमने अतीत की सरकारों की उदासीनता से सबक लेते हुए पहले ही पूरे खेल ढांचे को सक्रिय और संचालित बनाए रखने के लिए प्रदेश का खेल लिगसी प्रोग्राम तैयार कर लिया है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि सरकारी उदासीनता ने आइस रिंक जैसी धरोहर को सफेद हाथी बना दिया था लेकिन मौजूदा प्रदेश सरकार ने इस सफेद हाथी को फिर से दौड़ने में सक्षम बनाया है। इस अवसर पर एक प्रदर्शनी आइस हॉकी मैच भी खेला गया, जिसका हजारों दर्शकों ने भरपूर आनंद उठाया। देश के एकमात्र आइस रिंंक को देखने के लिए हजारों स्कूली बच्चे एकत्र हुए थे।

इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा, खेल निदेशक प्रशांत आर्य, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य राजेश ममगई, अजय अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

*प्रदेश में पिट्ठू टीमों 

नेशनल सीनियर पुरुष-महिला व सब जूनियर बालक-बालिका पिट्टू चैंपियनशिप में शामिल होने जा रही है उत्तराखंड की टीमों को सोमवार को खेल मंत्री रेखा आर्या ने पेवेलियन ग्राउंड से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन सात से नौ मई तक इंदौर मध्य प्रदेश में होगा। पवेलियन ग्राउंड से खिलाड़ियों को रवाना करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि चैंपियनशिप में पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन करना है । कहा कि पिछले दिनों कबड्डी और योग जैसे परंपरागत खेलों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की गई है। वह दिन दूर नहीं जब पिट्ठू भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला जाएगा, इसके लिए प्रदेश के खिलाड़ियों को अभी से तैयारी में जुटना होगा।

इस दौरान उत्तराखंड पिट्टू एसोसिएशन के अध्यक्ष पीसी पांडे, सचिव अश्वनी भट्ट, मनिंदर लडोला, जितेंद्र लिंगवाल, प्रभारी जिला खेल अधिकारी रविंद्र भंडारी आदि मौजूद रहे।

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