नई दिल्ली, 20 अप्रैल। भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) में अब एप्टीट्यूड टेस्ट (आईएटी 2024) के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। संस्थान की तरफ से तिरुपति में बीएस-एमएस (दोहरी डिग्री) और चार साल की बीएस डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए नया टेस्ट आयोजित किया जाएगा। इस संंबंध में नोटिस जारी कर दिया गया है।
भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) दाखिले की पात्रता में एक बड़ा बदलाव हुआ है। ये स्वायत्त केंद्रीय रूप से वित्तपोषित संस्थान अब संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) (एडवांस) की परीक्षा के अंतर्गत नहीं आते हैं। इस साल से, सात आईआईएसईआर – बरहम्पुर, भोपाल, कोलकाता, मोहाली, पुणे, थिरुवनंतपुरम और तिरुपति में बीएस-एमएस (दोहरी डिग्री) और चार साल की बीएस डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आईआईएसईआर एप्टीट्यूड टेस्ट (आईएटी 2024) को आधार बनाया जाएगा।
पहले आईआईएसईआर में इस टेस्ट से मिलता था प्रवेश
पहले, इन संस्थानों में प्रवेश के लिए किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) और आईआईटी-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) उन्नत अंकों को देखा जाता था। इस संबंध में संस्थान की तरफ से नोटिस जारी कर दी गई है। इच्छुक और योग्य छात्र ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर डिटेल्स चेक कर सकते हैं। इधर देश के छह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में बृहस्पतिवार को नये निदेशकों की नियुक्ति की गयी। शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी।सूत्रों के मुताबिक, मनिन्द्र अग्रवाल को आईआईटी-कानपुर और देवेन्द्र जलिहाल को आईआईटी-गुवाहाटी का निदेशक नियुक्त किया गया है।
आईआईटी-जोधपुर के निदेशक की इन्हें मिली जिम्मेदारी
सूत्रों ने बताया कि अग्रवाल, आईआईटी-कानपुर के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर थे। सूत्र के मुताबिक, ”आईआईटी-कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर अविनाश कुमार अग्रवाल को आईआईटी-जोधपुर का निदेशक नियुक्त किया गया है।” सूत्र ने बताया, ”सुकुमार मिश्रा को आईआईटी-धनबाद का निदेशक नियुक्त किया गया है। वहीं डी.एस. कट्टी आईआईटी-गोवा के नए प्रमुख होंगे।” सूत्र के मुताबिक, अमित पात्रा को आईआईटी-बीएचयू का निदेशक नियुक्त किया गया है।