नई दिल्ली, 7 जुलाई। दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) समेत कई मशहूर मेडिकल कॉलेज हैं. जिनमें दाखिला पाना बड़ी उपलब्धि होती है. लेकिन क्या आपको पता है कि दिल्ली में ही एक ऐसा मेडिकल कॉलेज भी है, जो देश का पहला ऑल वीमेन मेडिकल कॉलेज है! इसकी नींव एक अंग्रेज महिला ने रखी थी. देश के पहले ऑल वीमेन मेडिकल कॉलेज का नाम लेडी हॉर्डिंग मेडिकल कॉलेज है.

साल 1911 की बात है, जब किंग जॉर्ज V भारत आए थे. उन्होंने राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की. इसके बाद ब्रिटिश इंडिया के तत्कालीन वायसराय बैरन चार्ल्स हार्डिंग अपनी पत्नी विनीफ्रेड सेलिना स्टुअर्ट कलकत्ता से दिल्ली शिफ्ट हुए. उन्होंने देखा कि दिल्ली में कोई मेडिकल कॉलेज नहीं था. साथ ही उस वक्त तक मेडिकल फील्ड में महिलाएं नहीं के बराबर थीं. इसे देखते हुए साल 1911-12 में क्वीन मैरी की भारत यात्रा की याद में वायसराय की पत्नी लेडी हार्डिंग ने महिलाओं के लिए मेडिकल कॉलेज शुरू करने की पहल की.

1914 में रखी गई लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की नींव
17 मार्च 1914 को लेडी हार्डिंग ने दिल्ली में मेडिकल कॉलेज की नींव रखी. लेकिन दुर्भाग्य से उनकी उसी साल मृत्यु हो गई. जिसके बाद क्वीन मैरी के सुझाव के पर कॉलेज और अस्पताल का नाम लेडी हार्डिंग के नाम पर रख दिया गया. इस तरह पड़ी देश के पहले ऑल वीमेन मेडिकल कॉलेज की नींव. औपचारिक तौर पर इसकी शुरुआत 17 फरवरी 1916 को तत्कालीन वायसराय लॉर्ड हार्डिंगने की. इस मेडिकल कॉलेज की पहली प्रिंसिपल डॉ. केट प्लैट थीं. शुरुआत में कोर्स सात साल का था. साल 1935 में घटाकर पांच साल का कर दिया गया. यह मेडिकल कॉलेज 1950 से दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध है.

लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में MBBS की सीटें
लेडी हॉर्डिंग मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कुल 240 सीटें हैं. जिसमें से 189 सीटें दिल्ली यूनिवर्सिटी/स्टेट कोटा की हैं. 36 ऑल इंडिया कोटा और 15 NGOI कोटा की हैं. एससी/एसटी और ओबीसी कैटेगरी के साथ दिव्यांगों को भी नियम के अनुसार रिजर्वेशन मिलता है.

लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की MBBS फीस
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की ट्यूशन फीस 1,655 रुपये है.

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