लखनऊ, 19 जून। यूपी बोर्ड परीक्षा का पैटर्न बदल रहा है। बच्चों को 6 की जगह 10 विषयों की पढ़ाई करनी पड़ेगी। यूपीएमएसपी का कहना है कि ये बदलाव नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत किए जा रहे हैं। अगले एकेडेमिक सेशन से नया UP Board Exam Pattern 2025-26 लागू किया जाएगा।
यूपी बोर्ड की 9वीं और 10वीं कक्षा की परीक्षा में बड़े बदलाव की तैयारी है। इससे 50 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों के लिए यूपी बोर्ड परीक्षा पैटर्न पूरी तरह बदल जाएगा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कक्षा 9वीं और 10वीं के एग्जाम पैटर्न में महत्वपूर्ण बदलाव करने का फैसला लिया है। यह बदलाव शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होंगे।
इस बदलाव के तहत, जहां अभी तक छात्रों को केवल 6 विषयों की परीक्षा देनी होती थी, वहीं अब उन्हें 10 विषयों में परीक्षा देनी होगी। इस नए पैटर्न के अनुसार, सभी छात्रों के लिए तीन भाषाओं की पढ़ाई अनिवार्य होगी।
हिंदी भाषा सभी के लिए अनिवार्य होगी। इसके साथ ही, बच्चे यहां बताई गई भाषाओं में से किन्हीं दो को सेलेक्ट कर सकेंगे- संस्कृत, गुजराती, उर्दू, पंजाबी, बांग्ला, मराठी, असमिया, उड़िया, कन्नड़, कश्मीरी, सिन्धी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, नेपाली, पालि, अरबी, फारसी, अंग्रेजी
गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान भी सभी छात्रों के लिए अनिवार्य विषय रहेंगे। इसके अतिरिक्त, उन्हें गृह विज्ञान यानी होम साइंस, मानव विज्ञान, वाणिज्य (कॉमर्स), एनसीसी, कंप्यूटर, कृषि या पर्यावरण विज्ञान में से एक विषय चुनना होगा।
कला शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को चित्रकला (Painting), रंगमंच कला (Theatre), गायन या वादन (Music) में से किसी एक विषय का चयन करना होगा।
शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा के अंतर्गत नैतिक शिक्षा (Moral Science), योग, खेल और शारीरिक शिक्षा (फिजिकल एजुकेशन) और सोशल सर्विस सभी के लिए अनिवार्य होगा।
इसके अलावा, व्यावसायिक शिक्षा के तहत छात्रों को 31 विषयों में से किसी एक को सेलेक्ट होगा।
Physical Education, आर्ट्स और वोकेशनल एजुकेशन सब्जेक्ट्स की लिखित परीक्षा 30 मार्क्स की होगी।
यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त 27 हजार से ज्यादा स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं और 10वीं कक्षा के 50 लाख से ज्यादा छात्र छात्राओं पर इस नए यूपी बोर्ड परीक्षा पैटर्न का प्रभाव पड़ेगा। बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 से चरणबद्ध तरीके से इन बदलावों को लागू करने की योजना बनाई है।
इस संबंध में, बोर्ड ने सभी हितधारकों से 29 जून तक upmspncf2023@gmail.com पर सुझाव मांगे हैं। ताकि नई शिक्षा नीति के अनुरूप बेहतर शिक्षा प्रणाली विकसित की जा सके।