डॉ. अजय मोहन सेमवाल। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और यूपी की राजधानी लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का स्टॉपेज नजीबाबाद में करने की स्वीकृति मिलने से गढ़वाल की जनता में खुशी की लहर है। नजीबाबाद में स्टाॅपेज न होने से लखनऊ आवाजाही करने के लिए गढ़वाल के लोगों को हरिद्वार या मुरादाबाद जाना पड़ रहा था। क्षेत्रवासी लंबे समय से इसकी मांग करते आ रहे थे। गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी के प्रयास की सर्वत्र सराहना हो रही है।
मुरादाबाद मंडल की ओर से देहरादून व लखनऊ के बीच दोपहर 2:25 बजे चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रात 10:28 बजे लखनऊ पहुंचती है। इसके लिए रेलवे की ओर से हरिद्वार, मुरादाबाद और बरेली में ही स्टाॅपेज निर्धारित किए गए हैं। नजीबाबाद में स्टाॅपेज न होने के कारण गढ़वाल मंडल के पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली जनपद के लोगों को वंदे भारत में सफर करने के लिए हरिद्वार या मुरादाबाद जाना पड़ रहा था, जिससे जहां उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा था। वहीं उनका काफी समय भी खराब हो रहा था। विभिन्न संगठन वंदे भारत का स्टॉपेज नजीबाबाद में करने की लगातार मांग कर रहे थे।
क्षेत्रवासियों की मांग पर गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने इस संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र भेजा था। जिस पर केंद्रीय रेल मंत्री ने स्वीकृति दे दी है। नागरिक मंच के अध्यक्ष सीपी नैथानी, महासचिव अतुल भट्ट व सनेह क्षेत्र के समाजसेवी एसएस रावत समेत विभिन्न संगठनों ने इसके लिए गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताया है। उधर, नजीबाबाद स्टाॅपेज को स्वीकृति मिलने पर लैंसडौन ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसपी नैथानी, सचिव अजय अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजीव बर्थवाल ने खुशी जताते हुए फैसले का स्वागत किया है। कहा कि जनता की परेशानियों के दृष्टिगत इस संबंध में लैंसडौन ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने 22 जुलाई को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को ज्ञापन प्रेषित कर इस ट्रेन का ठहराव नजीबाबाद में करने का आग्रह किया गया था।