हरिद्वार, 4 मई। वंदना कटारिया के बाद श्यामपुर की मनीषा चौहान ने भारतीय महिला हॉकी टीम में अपनी जगह बनाई है. टीम में घोषणा के बाद मनीषा चौहान के परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. मनीषा चौहान ने हाल ही में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन किया है. उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह दी गई. जल्द ही मनीषा भारतीय महिला हॉकी टीम एफआईएचप्रो लीग खेलने बेल्ज़ियम और इंग्लैंड जाएंगी.
खास बातचीत में मनीषा चौहान के कोच रहे बलविंदर सिंह ने बताया मनीषा चौहान का जन्म सन 1999 में हरिद्वार के श्यामपुर में हुआ. मनीषा के पिता ज्ञान सिंह बीएसएफ में सेवारत रहे हैं. वे हाल ही में सेवानिवृत हो घर लौटे हैं. मनीषा चौहान ने श्रीराम विद्या मंदिर श्यामपुर मे शिक्षा के दौरान स्कूल की ओर से हॉकी खेलना 2007 में शुरू किया. सीबीएसई द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन किया.
बेस्ट ऑफ प्लेयर ख़िताब जीता. 2016 में जूनियर वुमन नेशनल प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड की टीम में कप्तान के रूप में प्रतिभाग किया. मनीषा , 2018 में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस दिल्ली के लिए चयनित हुई. 2019 में केन्या और बांगला देश खेलने गई. 2020 में आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी और फर्स्ट खेलो इंडिया में प्रतिभाग किया. 2021 में फर्स्ट हॉकी इंडिया सीनियर वूमन इंटर डिपार्टमेंट नेशनल चेम्पियनशिप् में कप्तान और बेस्ट मिडफील्डर का अवॉर्ड जीता.
हाल ही में पुणे में आयोजित 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर वुमन नेशनल चैम्पियनशिप 2024 में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता. जिसमें अच्छे प्रदर्शन के चलते मनीषा ने हॉकी इंडिया सीनियर वुमन नेशनल टीम में जगह बनाई. बलविंदर सिंह ने बताया वह पहले मैदान में खड़े होकर सबको हॉकी खेलते हुए देखा करती थी. एक दिन अचानक वह उनके पास आई. उसके हॉकी खेलने के लिए कगा. हॉकी में मनीषा की दिलचस्पी ज्यादा थी. इसके लिए वह दिन रात मेहनत भी करती थी. जिसका नतीजा है कि आज इंडिया हॉकी टीम का हिस्सा बनी है