ऋषिकेश, 4 अक्तूबर। भारतीय रेलवे के सहयोग से उत्तराखंड के लिए एक विशेष ट्रेन शुरू की गई है जो खास 270 यात्रियों को लेकर 5 अक्तूबर को योगनगरी पहुंच रही है। ये यात्री जनपद रुद्रप्रयाग स्थित स्वामी कुमार कार्तिकेय मंदिर के दर्शन का लाभ उठाएंगे। इस विशेष ट्रेन में कुल 14 कोच हैं जिसमे 3 एसी श्रेणी के 10 कोच हैं। ट्रेन की खास बात ये है कि बेहतर सुविधा के लिए एक कूपे में केवल चार बर्थ बुक की गई है। ऊपरी बर्थ बुक नहीं की जाती है। इसके साथ ही सांस्कृतिक पहचान का भी ख्याल रखा गया है।
इस विशेष ट्रेन का संचालन उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड और आईआरसीटीसी के सहयोग से किया जा रहा है। यात्रा के अंतर्गत प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों की यात्रा की जाएगी, जिनमें ऋषिकेश, हेलिकॉप्टर द्वारा केदारनाथ, श्री कार्तिक स्वामी मंदिर और बद्रीनाथ शामिल हैं। उत्तर भारत में यह एकमात्र श्री कार्तिकेय स्वामी (मुरुगन) का मंदिर है, जिसका उल्लेख स्कंद पुराण में मिलता है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग जिले के कनकचौरी गांव में क्रौंच पर्वत पर स्थित है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि यह ट्रेन भारत में किसी भी राज्य सरकार द्वारा अपने कम ज्ञात स्थलों, व्यंजनों और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई पहली पहल है। ट्रेन के बाहरी हिस्से पर उत्तराखंड के धार्मिक केंद्रों, व्यंजनों, प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरों का चित्रण किया गया है।
ट्रेन पर दिखेगी उत्तराखंड की झलक
ऋषिकेश: ट्रेन के बाहरी हिस्से पर उत्तराखंड की विस्तृत झलक भी देखने को मिलेगी। इसमें राज्य के तीर्थस्थलों, व्यंजनों, प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को ट्रेन के डिब्बों के बाहरी हिस्से पर दर्शाया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पहल पर खुशी जताई और विभिन्न राज्यों से आए यात्रियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार धार्मिक स्थलों और राज्य के छिपे हुए रत्नों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री कार्तिक स्वामी मंदिर एक तेजी से लोकप्रिय होता तीर्थ स्थल बन रहा है और सरकार आसपास के गांवों में पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाने की योजना बना रही है।