नई दिल्ली, 5 जून। पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज के छात्र हर्ष राज की सोमवार (27 मई) को पीट-पीटकर हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हत्याकांड के में शामिल दो मुख्य अभियुक्तों में से पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मामले को लेकर छात्र संगठन एबीवीपी ने रोष प्रकट किया है।
संगठन द्वारा कहा गया कि आइसा तथा एसएफआई जैसे वामपंथी छात्र संगठनों की शैक्षिक माहौल को दूषित बनाने में प्रमुख भूमिका लगातार सामने आ रही है। आइसा के पदाधिकारियों द्वारा इस घटना को लेकर चंदन की प्राथमिक सदस्यता रद्द करने की बात सामने आई है, किंतु जिस कुत्सित मानसिकता को लेकर कार्यकर्ता ने हत्या की ऐसी मानसिकता और विचार देने का कार्य तेजी से इन वामपंथी संगठनों द्वारा ही किया जा रहा है। ऐसे में किसी एक की प्राथमिक सदस्यता रद्द करने से ऐसी गतिविधियों पर रोक नहीं लगने वाली है, ऐसे छात्र संगठनों पर भी लगाम लगाए जाने की आवश्यकता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि,” पटना विश्वविद्यालय परिवार के छात्र की इस निर्ममता के साथ हत्या किए जाने का कृत्य बेहद शर्मनाक है। अभाविप इस प्रकरण में संलिप्त आइसा छात्र संगठन के कार्यकर्ता के विरुद्ध कठोरमत कार्रवाई करने की मांग करती है। वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा केरल से लेकर बिहार तक इस तरह के कई प्रकरण सामने आ रहे हैं, ऐसे में इन वामपंथी संगठनों की संगठनात्मक कार्यशैली एवं पद्धति की वास्तविकता सामने आ गई है। अभाविप, मृतक छात्र के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करती है।