डॉ. अजय मोहन सेमवाल। खोह नदी के तट पर स्थित पौराणिक सिद्धपीठ सिद्धबली मंदिर में श्री सिद्धबाबा का तीन दिवसीय वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव आगामी 6 दिसंबर से आयोजित होगा। मंदिर समिति की ओर से महोत्सव को सफल बनाने के लिए जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। इस बार भी इस तीन दिवसीय अनुष्ठान में एक लाख से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ. जेपी ध्यानी और विवेक अग्रवाल ने बताया कि वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के पहले दिन 6 दिसंबर को सुबह 5:00 बजे से पिंडी महाभिषेक होगा। सुबह 7:00 बजे मंदिर की परिक्रमा के बाद एकादश कुंडीय यज्ञ होगा। सुबह 8:00 बजे सिद्धों की डांडा की यात्रा शुरू होगी। शाम को 4:00 बजे से नगर में भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। महोत्सव के दूसरे दिन 7 दिसंबर को सुबह 5:00 बजे से पिंडी महाभिषेक होगा। सुबह 7:00 बजे एकादश कुंडीय यज्ञ होगा। दोपहर 1:00 बजे जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण गढ़वाली भजन संध्या में सिद्धबाबा के भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।
महोत्सव के दूसरे दिन के मुख्य अतिथि आचार्य बालकृष्ण होंगे। महोत्सव के अंतिम दिन गढ़वाली जागर होगा और दोपहर 12:00 बजे सिद्धबाबा को सवामन रोट का प्रसाद चढ़ाने के बाद प्रसाद वितरित होगा।
मुंबई के भजन गायक मनोज मिश्रा, प्रमोद त्रिपाठी एवं साथी कलाकार भजन की प्रस्तुतियां देंगे। अंतिम दिन के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर मैत्रेयी महाराज और महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज होंगे।