नीट-यूजी टापर की कहानी, 720 में से 705 अंक, 12वीं में फेल, सप्लीमेंट्री में भी नहीं हो पाई पास

नीट-यूजी टापर की कहानी, 720 में से 705 अंक, 12वीं में फेल, सप्लीमेंट्री में भी नहीं हो पाई पास

नई दिल्ली, 1 अगस्त। गुजरात की एक ऐसी छात्रा की विचित्र कहानी, जिसने NEET-UG में टॉपर्स वाले अंक हासिल किए, लेकिन कक्षा 12वीं (साइंस) बोर्ड परीक्षा में फेल हो गई थी। छात्रा ने फिजिक्स और केमिस्ट्री में सप्लीमेंट्री परीक्षा भी दी, लेकिन इसमें भी असफल रही। इस मामले ने NEET स्कोर की वैधता पर एक बार फिर सवाल उठा दिए हैं।

नीट यूजी 2024 एग्जाम, इस तथाकथित प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा पर इतने दाग लग गए हैं, जिन्हें धुलने में NTA को शायद सालों का समय लगेगा। पेपर लीक (NEET Paper Leak) मामले ने कई बड़े एंट्रेंस एग्जाम की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिए हैं। पेपर लीक मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई और एग्जाम कैंसिल ना करने के फैसले के बाद छात्र खुद को दिलासा दे रहे हैं कि शायद यह बहुत बड़ी गड़बड़ी का मामला नहीं है, लेकिन एक के बाद एक आ रही खबरें उनके विश्वास को बार-बार आहत कर रही हैं।

NEET टॉपर होने के बावजूद नहीं मिलेगा एडमिशन
गुजरात की एक छात्रा की कहानी ने सबको चौंका दिया है, जिसने NEET-UG परीक्षा में 720 में से 705 नंबर हासिल किए लेकिन 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल हो गई, अब यह छात्रा सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी फेल हो गई है। इस वजह से नीट टॉपर होने के बावजूद वह किसी भी मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं ले पाएगी।

​​इसके बाद जून में उसने गुजरात बोर्ड की सप्लीमेंट्री परीक्षा दी। यह परीक्षा उन छात्रों को दूसरा मौका देती है जो तीन विषयों तक में फेल हो गए हों। लेकिन वह फिजिक्स में पास नहीं हो पाई और इस तरह 12वीं कक्षा में फेल हो गई। सप्लीमेंट्री परीक्षा में उसे फिजिक्स में सिर्फ 22 अंक मिले, जबकि पहले प्रयास में उसे 21 अंक मिले थे।

सोशल मीडिया पर वायरल मार्कशीट
राज्य में शिक्षा जगत के एक सदस्य ने कहा, ‘ऐसे समय में जब सुप्रीम कोर्ट में NEET अनियमितताओं पर सुनवाई हुई है, इस मामले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह असंभव है कि जो छात्र राज्य बोर्ड परीक्षा में पासिंग मार्क्स भी हासिल नहीं कर सकता, वह मेडिकल के लिए होने वाली इतनी कठिन राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर सकता है। इस मामले की जांच जरूर होनी चाहिए।’

छात्रा के पर्सेंटाइल स्कोर ने सबको चौंकाया
सूत्रों ने इन अंकों की पुष्टि की है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त समिति परीक्षा के एक प्रश्न पर फैसला सुनाए जाने के बाद छात्रा के NEET स्कोर को घटाकर 700 कर दिया गया है। छात्रा का NEET स्कोर फिजिक्स में शीर्ष 99.89वें पर्सेंटाइल, केमिस्ट्री में 99.14वें पर्सेंटाइल और बायोलॉजी में 99.14वें पर्सेंटाइल है, जो कुल मिलाकर 99.94वें पर्सेंटाइल होता है। यह उच्च अंक आमतौर पर एक टॉप मेडिकल कॉलेज में मुफ्त सीट दिला सकते हैं। चूंकि लड़की 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर पाई, इसलिए वह एडमिशन के लिए योग्य नहीं होगी।

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