नवादा, 23 जून। बिहार के नवादा में सीबीआई और स्थानीय पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. जांच टीम को फर्जी बताकर हमला किया. सीबीआई टीम के वाहन चालक के साथ बुरी तरह मारपीट की गयी. घटना जिले के रजौली थाना क्षेत्र के मुरहेना-कसियाडीह की है. इस बाबत रजौली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 08 लोग नामजद किये गये हैं. 150-200 लोगों को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है.
शनिवार को लगभग 4 बजे सीबीआई की टीम नवादा पुलिस बल के साथ मुरहेना के कसियाडीह गांव निवासी फूलचंद प्रसाद व उनकी पत्नी बबिता देवी के घर की तलाशी लेकर वापस लौट रही थी. इस दौरान घरवालों एवं करीब 200-300 लोगों की भीड़ जमा हो गई. सिविल ड्रेस में रहे सीबीआई टीम को नकली बताकर घेर लिया. सीबीआई के अफसरों द्वारा पहचान पत्र भी दिखाया गया. नवादा नगर थाना की महिला सिपाही काजल कुमारी के द्वारा भी समझाने का प्रयास किया गया. किन्तु भीड़ में रहे लोगों ने उनलोगों की एक न सुनी और बदतमीजी करने लगे.
रजौली थाना से पहुंची पुलिस
सीबीआई टीम द्वारा इसकी सूचना रजौली थाना की पुलिस को दी गई. रजौली थाना से पुलिस बल के पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हुई. इस हमले में सीबीआई टीम के वाहन चालक संजय सोनी जख्मी हो गए, वहीं एक अधिकारी की शर्ट फट गयी. महिला सिपाही पर मुरहेना पंचायत के वार्ड संख्या 16 के वार्ड सदस्य मिथलेश प्रसाद द्वारा अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया. सीबीआई के अफसरों को गालियां भी दी भी गई.
क्यों पहुंची थी सीबीआई की टीम
बताया जा रहा है कि यूजीसी नेट पेपर लीक मामले गिरफ्तार एक युवक की निशानदेही पर कसियाडीह की एक युवती की तलाश में सीबीआई की टीम पहुंची थी. छापेमारी के दौरान सीबीआई टीम ने दो मोबाइल के साथ कुछ बैंक पासबुक और यूजीसी नेट से सम्बंधित कुछ कागजात बरामद कर अपने साथ ले गई है. हालांकि, नवादा पुलिस द्वारा बताया गया है कि दो मोबाइल फोन जब्त कर सीबीआई की टीम अपने साथ ले गई है.
सीबीआई एवं पुलिस टीम पर हुए हमले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. एक युवती समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में कसियाडीह गांव निवासी महिला, प्रिंस कुमार, ललन कुमार एवं अमरजीत कुमार शामिल हैं. सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
-राजेश कुमार, थानाध्यक्ष