नैनीताल, 1 जून। विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यहां पर भी अब आनलाइन पंजीकरण करने का निर्णय लिया है। अब बिना पंजीकरण कराये श्रद्धालु बाबा नीम करौली के दर्शन नहीं कर पायेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने शनिवार को हल्द्वानी के एफटीआई सभागार मानसखंड मन्दिर माला के तहत कैंची धाम में आयोजित होने वाले मेले की तैयारियों की समीक्षा के दौरान यह बात कही।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए उठाया गया यह कदम
इस दौरान उच्च अधिकारियों की ओर से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और यातायात की समस्या का मुद्दा उठाया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने नैनीताल की जिलाधिकारी को कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आनलाइन पंजीकरण के निर्देश दिए। इससे साफ है कि अब बिना पंजीकरण के श्रद्धालु कैंची धाम नहीं जा पायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार का उद्देश्य पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अधिकतम सुविधाएं प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को यात्रा मार्ग में बनाई जाने वाली आधार भूत संरचनाओं और सुविधाओं के प्रस्ताव भी शासन को भेजने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को पांच करोड़ से अधिक लागत की विकास योजनाओं के भौतिक सत्यापन हेतु स्थलीय निरीक्षण के निर्देश भी दिए। साथ ही कुमाऊं आयुक्त को योजनाओं की निगरानी और लापरवाही पाए जाने पर सम्बंधित के विरुद्ध कारवाई की संस्तुति के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं में हीलाहवाली और लीपापोती किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी और निष्ठा से करें।