श्रीनगर, 98 मई हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग ने अनुप्रयुक्त अनुसंधान के लिए विश्लेषणात्मक निर्देश तकनीकों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण पर शनिवार से सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। 23 मई तक चलने वाले इस कार्यशाला में देशभर से 32 शोध छात्र प्रतिभाग कर रहे है।
शनिवार से चल रही है सात दिवसीय कार्यशाला
गढ़वाल विवि के चौरास परिसर स्थित एकेडमिक सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सीएसआईआर अनुप्रयुक्त अनुसंधान के लिए विश्लेषणात्मक निर्देश तकनीकों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण/भारतीय पेट्रोलीयम संस्थान के निदेशक डा. हरेन्द्र सिंह बिष्ट ने सीएसआईआर के अंतर्गत होने वाले कार्यों के बारे में बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गढ़वाल विवि के प्रति कुलपति प्रो. आरसी भट्ट ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला बच्चों के लिए लाभकारी सिद्ध होती है।
इस मौके पर टेक्निकल सेशन में आईआईटी रूडके प्रो. रविंद्र पाण्डेय ने स्पेक्ट्रास्कपी पर जानकारी दीं। रसायन विभाग के डा. सुरेंद्र पुरी, डा. रोहीत मेहर ने एचपीएलसी, एचपीटीएलसी, फेलश क्रोमटोग्रफ़ी, एनएमआर और जीसीएमएमएस के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया।
कार्यशाला में रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डीएस नेगी ने डॉ. हरेंद्र सिंह बिष्ट का परिचय देते हुए उनका स्वागत किया। इस मौके पर स्कूल आफ साइंस के डीन प्रो. एससी भट्ट, प्रो. एससी सती, डॉ. शिखा दूबे, प्रो. ओके बेलवाल, डा. वीके पुरोहित, डॉ. आलोक सागर गौतम, डा. अजय नामदेव, प्रो. नैनवाल, प्रो. एमसी पुरोहित, डॉ. अनिल शुक्ला, प्रो. एमपी थपलियाल, एनआईटी श्रीनगर के डॉ. धरमेंद्र त्रिपाठी, प्रो. हेमवती नंदन, डॉ विभीषन राय, डॉ. विनीत कुमार मौर्य, डॉ. भास्करन, डॉ. राम कुमार साहू सहित आदि मौजूद थे।