बीएचयू में 14 स्काॅलरशिप बढ़ीं, एक स्वर्ण पदक की मिली सौगात

बीएचयू में 14 स्काॅलरशिप बढ़ीं, एक स्वर्ण पदक की मिली सौगात

वाराणसी, 25 अप्रैल। बीएचयू में छात्र-छात्राओं के लिए 14 नई छात्रवृत्तियों के साथ ही एक स्वर्ण पदक की सौगात मिली है। मेरिट और आर्थिक स्थिति के आधार पर छात्र इसका लाभ ले सकेंगे। साथ ही संबद्ध महाविद्यालयों में नए विषय, पाठ्यक्रम भी शुरू होंगे। दस शिक्षाविदों को विद्वत परिषद के वाह्य सदस्यों के रूप में भी शामिल किया जाएगा। मंगलवार को विद्वत परिषद की बैठक में यह फैसला हुआ।

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में हुई बैठक में छात्र-छात्राओं की सुविधाओं, कोर्स सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई। सबसे पहले कुलपति ने परिषद के सदस्यों को नवगठित परियोजना निगरानी इकाई की जानकारी दी। कहा कि इसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के शैक्षणिक व अनुसंधान वातावरण को और बेहतर बनाना होगा। इसकी शुरुआत कला व सामाजिक विज्ञान संकायों से की जा रही है।

बैठक में अक्षयबर और जोगेश्वरी गिरी स्वर्ण पदक को एमबीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी को मेरिट के आधार पर देने के प्रस्ताव पर मुहर लगी। शैक्षणिक सत्र 2023-24 से ही यह प्रभावी होगा। परीक्षा नियंता प्रो. एनके मिश्रा ने स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी दी। कुलसचिव, प्रो. अरुण कुमार सिंह ने बैठक का संचालन किया।

ये छात्रवृत्तियां हुईं शुरू
-महामना मालवीय बायोटेक्नोलॉजी छात्रवृत्ति-एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के द्वितीय वर्ष (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी) के विद्यार्थी के लिए।
-विश्वनाथ एवं मीरा भट्टाचार्य छात्रवृत्ति-एम.ए. संस्कृत के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी के लिए (शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी)
-झिंगन साहू स्मृति छात्रवृत्ति-एमएफए(टेक्सटाइल डिजाइन) के प्रथम वर्ष के विद्यार्थी के लिए (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी)
-सी.एन.आर. राव छात्रवृत्तियॉ-बीपीए (वोकल म्यूजिक तथा इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक प्रत्येक) के प्रथम वर्ष के दो विद्यार्थियों के लिए (शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी)।
-उदय प्रताप छात्रवृत्ति-एमएससी(कृषि)-कवक एवं पादक रोग विज्ञान विभाग, के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी के लिए (शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी)
-जे.एन. गुप्ता तथा सावित्री देवी छात्रवृत्ति-एमएससी (भौतिकी) के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी के लिए (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी)
-रामस्वरुप जमुनादेवी छात्रवृत्ति-एमबीए प्रथम वर्ष के विद्यार्थी के लिए रामस्वरुप जमुनादेवी छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी)
-एसजीवीपी. स्वामी नारायण छात्रवृत्ति- संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के पॉच विद्यार्थियों के लिए (शैक्षणिक सत्र 2023-24)
-अवध राजकुमार छात्रवृत्ति-सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल में कक्षा 9 की छात्राओं के लिए सत्र 2024-25 से प्रभावी होगी।

कॉलेजों में सांख्यिकी, गणित और डिप्लोमा कोर्स को मंजूरी
विद्वत परिषद ने विश्वविद्यालय से सम्बद्ध विभिन्न महाविद्यालयों में नए पाठ्यक्रम व विषय शुरू करने को अनुमोदन दे दिया है। आर्य महिला पीजी कॉलेज में सांख्यिकी, गणित एवं भूगोल को माइनर कोर्सेस के रुप में अध्यापन की अनुमति दी गई। इसी प्रकार वसन्त कन्या महाविद्यालय में सांख्यिकी एवं गणित को माइनर कोर्सेस की तरह पढ़ाने को स्वीकृति मिली है। वसंता कॉलेज फॉर वीमेन, राजघाट, को कंप्यूटर एप्लीकेशन में अंडर ग्रेजुएट डिप्लोमा को मंजूरी दी गई है। विद्वत परिषद ने पूर्णकालिक तथा अल्पकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए नए दिशा निर्देशों को भी स्वीकृति दे दी है। नए दिशा निर्देशों के अनुसार अल्पकालिक डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में विश्वविद्यालय और संबद्ध विश्वविद्यालयों के स्नातक व परास्नातक के नियमित विद्यार्थी ही प्रवेश ले पाएंगे।

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