देहरादून, 13 मई। प्रदेश में चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। यही वजह है कि तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ बखूबी मिल रहा है। अब तक यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में 37 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है जबकि सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई गई है। आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके इसके लिये मुख्य चिकित्साधिकारियों को एम्बुलेंस का रिस्पॉस टाइम कम से कम करने के निर्देश दे दिये गये है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों पर आवश्यकता अनुरूप अतिरिक्त एम्बुलेंस तैनात करने सहित आवश्यक जीवन रक्षक उपरकण एवं दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।
चारधाम यात्रा को लेकर समीक्षा बैठक
सूबे में लागू आदर्श आचार संहिता के बीच निर्वाचन आयोग की अनुमति के उपरांत प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय स्थित सभागार में चारधाम यात्रा को लेकर विभागीय समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने यात्रा मार्गों पर तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी-दिशा निर्देश दिये। डा. रावत ने बताया कि राज्य में चार धाम यात्रा शुरू हो गई है, जिसमें देश-विदेश से लाखों तीर्थ यात्री शामिल हो रहे हैं।
अब तक 37 हजार यात्रियों की स्वास्थ्य जांच
उन्होंने बताया कि चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर राज्य सरकार द्वारा तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है, इसके साथ ही स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। जिसके फलस्वरूप विभाग ने अब तक चारधाम आने वाले 37 हजार से अधिक यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कर दी है। इसके अलावा यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई जा चुकी है।